शाम की विनती – Jesus Evening Pray
हे ईश्वर के दूत
हे ईश्वर के दूत, जो मेरा रखवाला है, मैं ईश्वर की दया से तेरे हाथों में सौंपा गया हूँ। मुझे उंजियाला दे, मेरी रक्षा कर और मुझे सीधा चला। आमेन।
प्र० : हे प्यारी माता कुँवारी मरिया,
सब : मेरी आत्मा को बचाने में मुझे मदद दे। | तीन बार
प्र० : प्रणाम मरिया……
प्र० : पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा की महिमा
सब : जैसे वह आदि में थी, अब हैं और अनन्त काल तक सदा रहेगी। आमेन।
1. हमारे संत पापा, बिशप स्वामी और उनके मतलबों के लिए। प्रणाम मरिया……।
2. हमारे धर्मप्रान्त के पुरोहित, ब्रदर, सिस्टर एवं उनकी वृद्धि के लिए। प्रणाम मरिया……।
3. हमारे माता-पिता, भाई-बहनों एवं हमारी भलाई करने वालों के लिए। प्रणाम मरिया……।
4. शोधक-अग्नि के आत्माओं के लिए। प्रणाम मरिया……।
अनन्त आराम उनको दे प्रभु,
और नित् नित् का उंजियाला उन पर चमके।
मरे हुए विश्वासियों की आत्माएँ,
ईश्वर की दया से चैन में रहे। आमेन।
प्र० : थोड़ा समय अपने अपने आत्मा की दशा पर जाँच करें।
पछतावे की विनती
हे मेरे ईश्वर, मैं दिल से उदास हूँ कि मैंने तेरी असीम भलाई और बड़ाई के विरुद्ध अपराध किया है। मैं अपने सब पापों से बैर और घिन करता (करती) हूँ, इसलिए कि तू, हे मेरे ईश्वर, जो मेरे पूरे प्रेम के इतना योग्य है, मेरे पापों से नाराज़ हो जाता है। और मैं यह टृढ़ संकल्प करता (करती) हूँ कि तेरी पवित्र कृपा से, तेरा अपराध और कभी न करूँगा (करूंगी), और पाप की जोखिमों से दूर रहूँगा (रहुँगी) आमेन।
पछतावे की छोटी विनती
हे मेरे ईश्वर, तू सब से बड़ा और अच्छा है। मैंने पाप किया। मेरे सब पाप तेरे लिए मैं घिनाता (घिनाती) और छोड़ देता (देवी) हूँ। आमेन
येसु, मरिया और जोसेफ,
मैं अपना दिल और आत्मा आपके हाथों में सौंप देता हैं। येसु, मरिया और जोसेफ,
मेरे मरण काल में मेरी सहायता कर दीजिए।
येसु, मरिया और जोसेफ,
मैं आपकी संगति में चैन से मरने पाऊँ।
प्र० : मरिया (सबों) की सहायिका
सब : हमारे लिए प्रार्थना कर।
पिता और पुत्र और पवित्र आत्मा के नाम पर। आमेन।
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